अस्मत

सुनो द्रौपदी,

हाथ हटाओ जो कानोंपर रखे है,

दुनिया भर में गूंज रही है, वो मेरी ही चीखें है....


कैसे देख पाती हो तुम चीथड़े मेरे अस्मत के

क्या तुम सिहरती नहीं दरिंदो की वहशत से?


क्या ऊंचाई से गिरने का डर तुम्हे सताता है?

या अनसुनी करने का हुनर तुम्हे भी आता है?


अब न उठो तो निर्वस्त्र बेटियां कतारों में सुलगेगी

दंगाईयों के अग्निकांड में हर बेटी झुलसेगी


इसीलिए हे द्रौपदी, निकलो अपने कोष से

ताकद संविधान की लगालो अपने पुरे जोश से


दौर यह आसान नहीं, तेवर इसके तीखे है

पैंतरे इससे लड़ने के हमने भी खूब सीखें है


पर तुम न चलोगी साथ तो कुछ हात न आएगा

बेटियों के चीर हरण का दौर लौट के आएगा.....


इसीलिए सुनो द्रौपदी,

हाथ हटाओ जल्दी से जो कानोंपर रखे है,

दुनिया भर में गूंज रही है, वो मेरी ही चीखें है....


This is high time to give a call to  Mahamahim President Draupadi Murmu.

#manipurwomannakedparaded #manipurburning


----- विनिशा